स्वीमिंग करना कई लोगों का शौक होता है। यह एक स्पोर्ट्स होने के अलावा एक्सरसाइज भी होती है जो हमारे पूरे स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाती है। स्वीमिंग करने से शारीरिक और मानसिक सेहत दुरुस्त होती है। यह दिल और दिमाग को फायदा पहुंचाता है और फेफड़ों मजबूत करता है। आइए जानते हैं रोजाना स्वीमिंग करने के कुछ गजब के फायदे ।
चिलचिलाती धूप और तेज गर्मी अक्सर लोगों में पानी के करीब ले आती है। इस मौसम में गर्माहट से राहत पाने के लिए लोग वॉटर पार्क या ऐसी जगह जाना पसंद करते हैं, जो उन्हें गर्मी से राहत पाने में मदद करें। ऐसे में इस मौसम में कई लोग स्वीमिंग करना काफी पसंद करते हैं। तैराकी के शौकीन लोगों के लिए यह गर्मियों से राहत पाने का सबसे बढ़िया तरीका होता है। हालांकि, स्वीमिंग सिर्फ गर्मी से ही नहीं, बल्कि अन्य समस्याओं से भी राहत दिलाती है। आइए जानते हैं स्वीमिंग से होने वाले कुछ गजब के फायदे-
दिल को बनाए सेहतमंद
इन दिनों दिल से जुड़ी समस्याएं काफी आम हो चुकी हैं। बिगड़ती जीवनशैली और गलत खानपान दिल को बीमारी बनाने लगा है। ऐसे में स्वीमिंग आपके बीमार दिल को हेल्दी बनाने में मदद करती है। दरअसल, स्वीमिंग एक तरह की एरोबिक एक्सरसाइज है, जो दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर इसकी फंक्शनिंग में सुधार करता है और पूरे शरीर में सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है। ऐसे में नियमित स्वीमिंग करने से ब्लड प्रेशर कम होता है और हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है।
वेट कंट्रोल में रखे
आजकल की सिडेंटरी लाइफ स्टाइल में लोगों के पास खुद के लिए समय तक नहीं होता है। काम के बढ़ते प्रेशर की वजह से उनका ज्यादातर समय ऑफिस में कुर्सी पर बैठे-बैठे निकल जाता है। ऐसे में स्वीमिंग एक बढ़िया तरीका है, अपने बढ़ते वजन को कंट्रोल कर सकते हैं। स्वीमिंग करते समय काफी एनर्जी खर्च होती है, जिससे कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है और आपका वजन कंट्रोल में रहते हैं।
तनाव और एंग्जायटी कम करे
इन दिनों तनाव और एंग्जायटी एक आम समस्या बन चुकी है। ऐसे में स्वीमिंग आपके दिमाग को शांत करने और तनाव और एंग्जायटी से राहत दिलाने में काफी मदद करती है। स्टडी में यह पाया गया है कि तैराकी डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने के साथ ही मूड और मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार कर सकती है।
रेस्पिरेटरी हेल्थ सुधारे
स्वीमिंग करने से आपके फेफड़ों की क्षमता में सुधार होता है, जिससे रेस्पिरेटरी फंक्शन बेहतर होता है। स्वीमिंग के दौरान कंट्रोल ब्रीथिंग रेस्पिरेटरी मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करती है, जिससे अस्थमा या अन्य रेस्पिरेटरी समस्याओं वाले लोगों को फायदा हो सकता है।
कॉग्नेटिव फंक्शन को बढ़ाता है
नियमित रूप से स्वीमिंग करने से कॉग्नेटिव फंक्शन में सुधार होता है और बुजुर्गों में डिमेंशिया का खतरा कम होता है, जिससे मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। साथ ही यह स्वीमिंग की मदद से पूरे शरीर की कसरत करने में मदद मिलती है, जिससे आपकी ताकत, सहनशक्ति और लचीलेपन में सुधार होता है।