गौतमबुद्ध नगर देश को क्लाउड स्टोरेज और सेमी कंडक्टर उपलब्ध कराने वाली आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों का हब बनेगा। सोमवार को लखनऊ में जिले के 2.95 लाख करोड़ रुपये के जिन प्रोजेक्टों पर काम शुरू होने के लिए भूमिपूजन हुआ, उनमें से करीब 40 फीसदी निवेश केवल डाटा सेंटर की स्थापना, सेमी कंडक्टर उत्पादन प्लांट और मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाने के लिए होगा। इन प्रोजेक्टों के लिए जमीन ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में उपलब्ध कराई गई है।
जिला उद्योग बंधु के रिकॉर्ड के मुताबिक योट्टा डाटा सेंटर बनाने के लिए एनआईडीपी डेवपलर्स कंपनी सबसे बड़ी निवेशक के रूप में सामने आई है। कंपनी जिले में करीब 30 हजार करोड़ का निवेश कंपनी कर रही है। इसके अलावा एसटीटी ग्लोबल, सिफी इंफानाइट, वीएएलएस डेवलपर्स जैसी कंपनियां भी क्लाउड स्टोरेज सर्विस और डाटा सेंटर में अच्छा खासा निवेश कर रही हैं।
डाटा सेंटर प्रोजेक्ट के बाद हीरानंदानी समूह अपनी सहयोगी कंपनी टार्क सेमीकंडक्टर्स बिजनेस पर निवेश कर रहा है। इन पांच कंपनियों का कुल निवेश ही करीब 90 हजार करोड़ रुपये होगा। प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक निवेश से तीन से पांच वर्ष में रोजगार मिलना शुरू कर हो जाएगा। गौतमबुद्ध नगर डाटा सेंटर और सेमी कंडक्टर निर्माण के लिए प्रमुख केंद्र बन जाएगा। वहीं इससे करीब पांच हजार आईटी विशेषज्ञों के लिए रोजगार के मौके उपलब्ध होंगे।
यीडा में भी प्लांट शुरू करेगी चीन की मोबाइल कंपनी
चीन की कंपनी मोबाइल फोन के निर्माण को भी विस्तार देगी। ग्रेनो के बाद अब यीडा क्षेत्र में भी 6990 करोड़ का निवेश कर प्लांट लगाएगी। इससे 38000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। वहीं नीदरलैंड की कंपनी इंग्का समूह अपनी आइकिया फर्नीचर चेन और उत्पाद निर्माण के लिए 4300 करोड़ का निवेश नोएडा करेगा। आइकिया भी सोमवार को हुए भूमिपूजन में शामिल हुई है। बडे निवेशकों में एयर इंडिया सैट्स एयरपोर्ट सर्विसेज भी शामिल है जोकि अपनी कार्गो सेवाओं का विस्तार करेगी। इसके लिए करीब 4000 करोड़ का निवेश कंपनी कर रही है।
नोएडा के नए प्रोजेक्टों में बनेंगे 25 हजार फ्लैट
गौतमबुद्ध नगर में निवेश का आकलन करें तो ग्रेटर नोएडा और यीडा जहां आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के लिए केंद्र बन रहे हैं। वहीं नोएडा में सबसे अधिक निवेश रियल एस्टेट प्रोजेक्टों में आएगा। गोदरेज, काउंटी, महागुन, एल्डिको, पूर्वांचल जैसी बिल्डर कंपनियां इसमें शामिल हैं। इन प्रोजेक्टों में करीब 25 हजार नए फ्लैट बनाए जाने हैं