उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार मौसम बिगड़ा हुआ है। बदरीनाथ धाम में चार दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है। जिससे धाम में करीब पांच फीट तक बर्फ जम चुकी है। वहीं, धाम ने सफेद चादर ओढ़ ली है।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के कर्मचारी प्रेम सिंह भंडारी, मोहन सिंह राणा, दर्शन सिंह, दिनेश सिंह ने बताया कि धाम में चार दिन से रुक-रुककर बर्फबारी हो रही है, जिससे धाम में कड़ाके की ठंड हो रही है।
चमोली जिले में चार दिन से मौसम बदला हुआ है। ऊपरी क्षेत्रों में जहां बर्फबारी हो रही है वहीं निचले इलाकों में बारिश होने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। नीती घाटी, फूलों की घाटी, हेमकुंड साहिब, निजमुला घाटी, रुद्रनाथ, लाल माटी, नंदा घुंघटी, औली, गोरसों बुग्याल सहित अन्य जगहों पर जमकर बर्फबारी हो रही है।
बदरीनाथ धाम में तो रुक-रुककर बर्फबारी का दौर जारी है। धाम में इस समय आईटीबीपी, पुलिस व बीकेटीसी के कर्मचारी ही मौजूद हैं। वहीं गोपेश्वर, नंदानगर, पीपलकोटी, जोशीमठ सहित आसपास के क्षेत्रों में देर शाम बारिश हुई।
नंदानगर के ऊंचाई वाले क्षेत्र सुतोल, कनोल, पर्यटन ग्राम रामणी, पडेरगांव, घूनी आदि गांवों में हल्की बर्फबारी हुई। निजमुला घाटी के पाणा, ईराणी और झींझी गांव में भी हल्की बर्फबारी हुई। उधर, बर्फबारी के कारण हनुमान चट्टी से आगे बंद हुआ बदरीनाथ हाईवे दूसरे दिन भी नहीं खुल पाया।
वहीं मंडल चोपता हाईवे मंगलवार शाम को खोल दिया गया था, लेकिन रात को फिर बर्फबारी होने से बंद हो गया है। वहीं जोशीमठ औली सड़क भी बर्फ से ढकी है लेकिन यहां आवाजाही मुश्किल से हो रही है।
जोशीमठ-मलारी हाईवे मलारी से आगे बंद है जिससे सेना के वाहनों की आवाजाही ठप पड़ी हुई है। चमोली-गोपेश्वर-चोपता-ऊखीमठ हाईवे पर भी कांचुलाखर्क से आगे वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है।