जेड प्लांट को गुड लक का प्रतीक माना जाता है। यह छोटा सा पौधा होता है, जो दिखने में बहुत खूबसूरत लगता है। ये इंडोर, आउटडोर दोनों जगहों पर लग जाता है। जेड प्लांट को बहुत ही कम देखभाल की जरूरत होती है। अगर आप भी इस खूबसूरत पौधे को करना चाहते हैं अपनी बगिया में शामिल, तो जान लें इसे लगाने का तरीका, साथ ही देखभाल से जुड़े कुछ जरूरी टिप्स भी।
जेड प्लांट कैसे लगाएं?
- जेड प्लांट को ग्रो बैग में लगाना सबसे सही होता है या फिर ऐसे पॉट में जिसमें पानी रूके नहीं, वरना इससे पौधा खराब हो जाता है।
- गमले को खाद मिली मिट्टी से भरें, लेकिन ऊपर से 2 से 3 इंच खाली रखें।
- अब इस गमले में जेड प्लांट के छोटे-छोटे पौधे लगाएं। बिना जड़ के भी ये प्लांट लग जाता है।
- फिर हल्की मात्रा में पानी दें। मतलब मिट्टी भीग जाए, लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी न डालें।
- मिट्टी सूखी दिखाई दे, तभी पानी दें। मिट्टी में उंगली डालकर देखें अगर वो गीली है, तो पानी की जरूरत नहीं।
कटिंग से कैसे लगाएं?
जेड प्लांट को कटिंग से आसानी से लगाया जा सकता है। छोटा सा स्टेम काफी होता है जेड प्लांट को लगाने के लिए।
स्टेम कटिंग की लंबाई 2-3 इंच भी होगी, तो भी ये लग जाएगा, लेकिन स्टेम पत्तियों के साथ होनी चाहिए। कटिंग लगाने के कुछ दिनों तक इसे हल्की धूप में रखें, जिससे इसमें फंगस लगने और जड़ के गलने का खतरा न हो। धूप का साथ मिलने पर प्लांट की ग्रोथ तेज होती है।
जेड प्लांट कहां उगाएं?
जेड प्लांट के लिए बहुत ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती। छोटी सी बैलकनी में भी इसे लगाया जा सकता है। जेड प्लांट को ज्यादा धूप की जरूरत नहीं होती, इससे ये झुलस सकते हैं। घर में हल्की धूप पड़ने वाली जगह पर इसे रखें और दोपहर की तेज धूप से इसे बचाएं।
ऐसे करें जेड प्लांट की देखभाल
1. तापमान का रखें ध्यान
दिन में 18-24 डिग्री सेल्सियस और रात में 10-13 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान जेड प्लांट की ग्रोथ के लिए बेस्ट होता है। हालांकि ये प्लांट इससे ज्यादा तापमान में भी ग्रो कर सकता है।
2. खाद हो ऐसी
आप गमले में लगे जेड प्लांट की उचित देखभाल करते हुए इसे आवश्यकतानुसार खाद दें। वैसे इस पौधे को पानी में खाद घोलकर दें, क्योंकि इस तरह की खाद को पौधे जल्दी एब्जॉर्ब कर लेते हैं। पौधे की ग्रोथ के लिए जैविक खाद सबसे बेस्ट होती है।
3. ऐसे करें छंटाई
अगर जेड प्लांट की शाखाएं सूखी नजर जाएं, तो इसका मतलब इसकी छंटाई का वक्त आ गया है। जहां-जहां से टहनियां सूखी हों, वहां से इसे काट दें। नई पत्तियां आने में ज्यादा वक्त नहीं लगता।