गाजा में मारे गए सहायता कर्मियों पर अमेरिका ने जताई चिंता

गाजा में मानवीय मदद पहुंचा रहे कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले पर अमेरिका ने चिंता जाहिर की है। गुरुवार को इस मामले पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत की।

दोनों नेताओं ने गाजा में स्थिति पर चर्चा की। राष्ट्रपति बिडेन ने जोर दिया कि मानवीय कार्यकर्ताओं पर हमले और समग्र मानवीय स्थिति अस्वीकार्य है।वहीं, जो बाइडन ने कहा कि ईरान के किसी भी हमले के खिलाफ अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा है।

वर्ल्ड सेंट्रल किचन सहायता कर्मियों पर हुए हमले
इजरायल ने कुछ दिनों पहले गाजा में लोगों को खाना प्रदान कर रहे वर्ल्ड सेंट्रल किचन सहायता कर्मियों की पर हमले किए, जिसमें कई लोग मारे गए। नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि इजराइली बलों ने “गाजा पट्टी में अनजाने लोगों पर हमला किया था।

गाजा में 106 लोगों को मारने की घटना इजरायल का युद्ध अपराध
वहीं, मानवाधिकारों के लिए कार्य करने वाली अमेरिकी संस्था ह्यूमन राइट्स वाच ने 31 अक्टूबर, 2023 को गाजा के एक बहुमंजिला भवन पर हमले को इजरायल का युद्ध अपराध करार दिया है। हफ्तों चली जांच के बाद संस्था ने कहा है कि इस हमले में कुल 106 आमजन मारे गए थे जिनमें से 54 बच्चे थे।

गुरुवार को अपनी जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करते हुए संस्था ने कहा कि इस भवन में किसी भी लड़ाके के छिपे होने या उनका अड्डा होने के सबूत नहीं थे, इसके बावजूद इजरायली सेना ने उस पर पूरी ताकत से हमला किया।

गाजा युद्ध में अभी तक 33 हजार फलस्तीनी मारे गए
करीब छह महीने से जारी गाजा युद्ध में अभी तक 33 हजार फलस्तीनी मारे गए हैं, इनमें दो तिहाई महिलाएं और बच्चे हैं। गाजा में आमजनों के मारे जाने पर इजरायल का सबसे बड़ा सहयोगी अमेरिका, यूरोपीय देश और संयुक्त राष्ट्र कई बार चिंता जता चुके हैं। लेकिन इजरायली सेना के हमलों में कमी नहीं आई है। मंगलवार को हुए ऐसे ही एक हमले में बेघरों को खाना देने जा रहे सात राहतकर्मी मारे गए थे।

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