ऑस्ट्रेलिया में हुई पैरा आर्चरी ग्रांड प्रिक्स प्रतियोगिता में कैथल के हरविंद्र सिंह ने कांस्य पदक पदक हासिल किया है। यह प्रतियोगिता तीन अप्रैल से आठ अप्रैल तक आयोजित हुई।
खिलाड़ी हरविंद्र सिंह ने कहा कि हर खेल प्रतियोगिता से कुछ न कुछ सीखने का मिलता है। खिलाड़ी को कभी कभी ये नहीं सोचना चाहिए कि वह हारा है।
प्रत्येक खेल प्रतियोगिता से खिलाड़ियों को सीखने को मिलता है। मैं भी इस प्रतियोगिता के बहुत कुछ सीखकर आया हूं, जो मेरे भविष्य में होने वाली प्रतियोगिताओं में काम आएगा। उनका हर बार देश के लिए स्वर्ण पदक लाने का प्रयास रहता है।
इस बार वह देश के लिए कांस्य पदक लेकर आए हैं, भविष्य में वह अच्छी मेहनत के साथ तैयारी करके स्वर्ण पदक लाएंगे। हरविंद्र सिंह ने बताया कि उनका अब एक ही लक्ष्य है। देश के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल करना। इसके लिए वे सोनीपत कैंप में कड़ा अभ्यास कर रहे हैं।
ये हैं हरविंद्र की उपलब्धियां
हरविद्र सिंह वे तीरंदाज हैं, जिन्होंने रोहतक में 2016 में हुई पहली पैरा आर्चरी नेशनल प्रतियोगिता में कांस्य पदक, तेलंगाना में 2017 में दूसरी पैरा आर्चरी नेशनल प्रतियोगिता में रजत पदक, 2018 में इंडोनेशिया में हुई एशियन पैरा गेम्स में भारत के लिए रिकर्व इवेंट में स्वर्ण पदक हासिल किया था। वे छह बार देश का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
एशियन पैरा चैंपियनशिप 2019 में कांस्य पदक हासिल किया था। जून 2019 में नीदरलैंड में आयोजित विश्व पैरा आर्चरी चैंपियनशिप में पैरालंपिक 2020 के लिए कोटा हासिल किया था। इसके अलावा बीजिंग में 2017 में हुई विश्व पैरा आर्चरी में सातवां स्थान। थाईलैंड में 2019 में हुई तीसरी एशियन पैरा आर्चरी के टीम इवेंट में ब्रांज मेडल। रोहतक में 2019 में तीसरी पैरा आर्चरी नेशनल प्रतियोगिता सिल्वर मेडल हासिल किया था।