हर साल 19 अप्रैल का दिन World Liver Day के रूप में मनाया जाता है। जिसका मकसद लोगों को शरीर के इस अंग की सेहत के प्रति जागरूक करना होता है। लिवर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पाचन और मेटाबॉलिज्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है। कुछ योगासनों की मदद से लिवर को रखा जा सकता है हेल्दी।
लिवर खराब होने से शरीर की कार्यक्षमता ना के बराबर हो जाती है। बॉडी में लिवर दूसरा सबसे बड़ा अंग है। जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता, पाचन और मेटाबॉलिज्म में अहम भूमिका निभाता है। यह ग्लूकोज को ग्लाइकोजन में बदलने, ब्लड प्लाज्मा के लिए प्रोटीन का उत्पादन करने जैसे कई जरूरी काम करता है। हर साल 19 अप्रैल को मनाए जाने वाले लिवर डे का मकसद लोगों को लिवर के हेल्थ के प्रति जागरूक करना है।
वजन कंट्रोल करके, बैलेंस डाइट लेकर, शराब का सेवन कम करके और नियमित रूप से व्यायाम करके इसे काफी हद तक हेल्दी रखा जा सकता है। कौन से योगासन लिवर को रखते हैं हेल्दी, जान लें यहां।
अर्धमत्स्येंद्रासन
अर्धमत्स्येन्द्रासन डायबिटीज, पाचन, स्पाइन से जुड़ी समस्याएं दूर करने में बेहद फायदेमंद आसन है, लेकिन साथ ही साथ इसके अभ्यास से आप लिवर को भी हेल्दी रख सकते हैं। इसे करते वक्त लीवर पर प्रेशर पड़ता है, जिससे फाइब्रोसिस (fibrosis), एपोप्टोसिस (apoptosis), सूजन जैसी समस्याएं दूर होती हैं और लीवर मजबूत होता है।
गोमुखासन
गोमुखासन योग को काउ फेस पोज (Cow Face Pose) भी कहा जाता है। यह लीवर में होने वाली सिरोसिस (cirrhosis) जैसी प्रॉब्लम दूर करने में बेहद फायदेमंद आसनों में से एक है। गोमुखासन योग करने से लिवर एक्टिव होता है, जिससे वहां ऑक्सीजन और ब्लड की सप्लाई सही तरीके से हो पाती है।
धनुरासन
धनुरासन फैटी लीवर की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए बेहद फायदेमंद हैं। यह आसन लिवर को एक्टिव और मजबूत बनाता। इसके अलावा इसमें जमे फैट को दूर करने में भी मदद करता है।
नौकासन
नौकासन के अभ्यास से फैटी लीवर का बिना दवाओं के इलाज किया जा सकता है। नौकासन शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को दूर करता है, जिससे लीवर अपना काम सही तरीके से कर पाता है।
सर्वांगासन
सर्वांगासन के अभ्यास से भी कई सारी समस्याओं को दूर रखा जा सकता है। इसे करने से लीवर स्वस्थ और मजबूत रहता हैं।