मुंबई: बचाव अभियान 60 घंटे बाद बंद, अवैध होर्डिग लगाने वाला गिरफ्तार

मुंबई पुलिस ने घाटकोपर इलाके में होर्डिंग लगाने के लिए जिम्मेदार विज्ञापन एजेंसी ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक भावेश भिडे को गिरफ्तार कर लिया है। तेज आंधी से पेट्रोल पंप पर आ गिरे अवैध होर्डिंग के मलबे से एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) के एक सेवानिवृत्त महाप्रबंधक (जीएम) और उनकी पत्नी के शव मिले हैं। इस तरह से हादसे में मरने वालों की कुल संख्या 16 हो गई है, जबकि 75 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

घटना के 60 घंटे बाद राहत एवं बचाव अभियान को अब बंद कर दिया गया है। मुंबई में सोमवार दोपहर अचानक आई तेज आंधी से घाटकोपर उपनगर के रमाबाई आंबेडकर नगर में अवैध रूप से लगा लोहे का एक अवैध होर्डिंग बगल के पेट्रोल पंप पर जा गिरा था। होर्डिंग को लगाने के लिए बीएमसी से विज्ञापन एजेंसी ने अनुमति नहीं ली थी। बीएमसी अधिकतम 40 गुणा 40 वर्ग फीट की होर्डिंग को लगाने की अनुमति देती है, लेकिन जिस अवैध होर्डिंग से तबाही मची, उसका आकार 120 गुणा 120 वर्ग फीट था।

दबी कार से दो शव निकाले गए
एक अधिकारी ने बताया कि मलबे के नीचे दबी कार से दो शव निकाले गए हैं। इन शवों की पहचान एटीसी मुंबई के पूर्व जीएम मनोज चंसोरिया (60) और उनकी पत्नी अनीता चंसोरिया (59) के रूप में की गई। बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा कि शव क्षत-विक्षत अवस्था में थे। मनोज और अनीता अपनी कार में सवार होकर पश्चिमी मुंबई के एटीसी गेस्ट हाउस से मध्य प्रदेश के जबलपुर के लिए निकले थे।

इसी क्रम में वे पेट्रोल पंप पर आ गिरे होर्डिंग की चपेट में आ गए। स्वजन द्वारा चिंता व्यक्त करने के बाद पुलिस ने जब दोनों की मोबाइल को ट्रेस किया तो उनकी लोकेशन पेट्रोल पंप पर ही मिली। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने कहा कि बचाव दल ने उसी रात होर्डिंग के गार्डर के नीचे दबी एक कार में दो शव देखे थे।

बचावकर्मी कार तक पहुंचने का प्रयास लगातार करते रहे, लेकिन गार्डर इसमें बड़ी बाधा बन रहे थे। इसलिए, इन दोनों शवों को निकालने में देरी हुई। बाद में बचाव दल ने गैस कटर और अन्य मशीनरी का इस्तेमाल कर आपस में जुड़े गार्डरों को काटा और बुधवार आधी रात के आसपास दंपती के शवों को कार से बाहर निकाला। हादसे में मारे गए दंपती का बेटा अमेरिका में रहता है। स्वजन अब उसके आने का इंतजार कर रहे हैं।

सरकार को इससे कुछ नहीं मिला, इस मामले की हो गहन जांच
सोमैया भाजपा नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया है कि होर्डिंग के लिए निविदा प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। महाराष्ट्र सरकार को इससे कुछ भी नहीं मिला, जबकि इसके मालिक ने 100 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भावेश भिंडे को होर्डिंग लगाने की अनुमति केवल इसलिए मिली क्योंकि वह शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के भाई सुनील राउत का करीबी था। केवल कुछ करोड़ रुपये महाराष्ट्र पुलिस कल्याण निधि में स्थानांतरित कर दिए गए। सोमैया ने उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर इस मामले की गहन जांच की मांग की है।

होर्डिंग ढहने के कारणों का पता लगा रही वीजेटी
आइहोर्डिंग जीआरपी के कब्जे वाली जमीन पर लगा था। बीएमसी अधिकारियों ने कहा है कि होर्डिंग ढहने के कारणों का पता लगाने के लिए वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलाजिकल इंस्टीट्यूट (वीजेटीआइ) को सात दिनों के भीतर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। वीजेटीआइ के विशेषज्ञों की एक टीम ने हादसे के अगले दिन पेट्रोल पंप का दौरा किया। उन्होंने कहा कि टीम ने होर्डिंग के स्थान का निरीक्षण किया है। उसने इसकी नींव बनाने में इस्तेमाल की गई सामग्री के नमूने एकत्र किए हैं।

सभी होर्डिंग्स की जांच के आदेश
मुंबई के घाटकोपर में होर्डिंग गिरने की घटना पर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) कमिश्नर भूषण गगरानी ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सभी होर्डिंग्स की जांच करने के आदेश दिए हैं। होर्डिग को स्थिरता प्रदान करने के लिए इसके आकार और नींव के लिए मानदंड स्थापित हैं, इसका सभी को पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि महानगर में अवैध होर्डिंग हटाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्रवाई की जा रही है।

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