एमपी: दूषित पानी पीने से भिंड में तीन की मौत, 70 से अधिक लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत

भिंड जिले में दूषित और बदबूदार पानी पीने से 70 से अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ी गई। दूषित पानी पीने से लोगों को उल्टी दस्त शुरू हो गए। दो बुजुर्गों और एक बच्ची की हालत इतनी बिगड़ी की उनकी मौत हो गई है। सभी बीमार लोगों को इलाज के लिए फूफ, भिंड और ग्वालियर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जहां, उनका इलाज चल रहा है। मामला, फूफ नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 15 का बताया जा रहा है।

दूषित पानी पीने से एक साथ इतने लोग बीमार हो गए जिससे लोगों में काफी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि षित पानी पीने के बाद ‎उल्टी-दस्त शुरू हो गए, अब लोगों की मौत भी हो रही है। हालांकि, जिला प्रशासन यहां अलर्ट मोड पर है। बीमार लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

कल रात सामने आए 70 लोग
जानकारी के अनुसार जिले फूप में नल से आ रहा बदबूदार दूषित पानी पीने से 100 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं। इन लोगों को उल्टी दस्त हो रहे हैं। मंगलवार रात को ही एक साथ 70 मरीज सामने आ गए। बताया जा रहा है कि 3 दिन ‎में वार्ड 5, 6 ‎और 7 में 2 बुजुर्गों समेत एक बच्ची की की मौत हो गई है। परिजनों का कहना ‎है कि दूषित पानी पीने के बाद उन्हें ‎उल्टी-दस्त हुए और फिर मौत हो‎ गई।

20 मरीज ग्वालियर रेफर
हालात इतने बदतर हैं ‎कि मंगलवार की शाम 6.30 बजे से रात 8.30 बजे के ‎बीच 2 घंटे में 9 एंबुलेंस ‎बुलवाकर 9 मरीजों को ग्वालियर रेफर कराना पड़ा है। अब तक कुल 20 मरीजों को ग्वालियर रेफर करने की बात सामने आई है। मुरैना और ग्वालियर से 6‎ एंबुलेंस और बुलाकर भिंड जिला अस्पताल में खड़ी कराई गईं हैं। 3 एंबुलेंस को फूप में अलर्ट मोड पर रखा गया है।

दूषित पानी के यह कारण
दरअसल, फूप कस्बे में बिजली के पोल लगाए जा रहे हैं। इन पोल्स को नाली से सटाकर गाड़ा जा रहा है। इसके लिए मशीनरी इस्तेमाल हो रही है। लोगों का मानना है कि काम के दौरान पानी की पाइपलाइन टूट गई और नाली का पानी नल के पानी में मिलकर आ आ रहा है। दूसरी बात यह भी निकलकर सामने आ रही है कि फूप कस्बे के सभी 15 वार्ड में नगर ‎परिषद की 39 साल पुरानी जर्जर पाइपलाइन‎ और दो साल पहले जलावर्धन योजना के तहत‎ बिछाई गई पाइपलाइन से पानी सप्लाई किया‎ जाता है, लेकिन बीते एक सप्ताह से कस्बे के वार्ड 5, 6 और 7 में ‎पुरानी पाइपलाइन से पानी सप्लाई किया जा‎ रहा था। इसी पानी को पीकर तीनों वार्ड में लोग ‎बीमार होने लगे।‎ वार्ड 5, 6 और 7 में पानी की सप्लाई चालू करने‎ और बंद करने के लिए पाइपलाइन का वॉल्व नगर‎ परिषद कार्यालय के सामने ठीक नाले के पास ‎मौजूद है। इसमें हर समय नाले का गंदा पानी भरा ‎रहता है। लोगों का कहना है कि इसी नाले का पानी‎ पाइप लाइन से हमारे घरों में पहुंच रहा है। शासकीय ‎विद्यालय के ठीक बाहर नाले पास पुरानी पाइप‎लाइन जर्जर है, जिसमें नाले का पानी जाता है।‎

कलेक्टर बोले- एक की मौत हुई, दूसरी बीमारी से पीड़िता था
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव का कहना है कि फूप में हालात पर काबू पा लिया गया है। एक मरीज की मौत हुई है जो दूसरी बीमारी से पीड़ित थे। फूप बीएमओ सिद्धार्थ चौहान का कहना है कि दूषित पानी के कारण यह समस्या बनी है।

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