बिजनौर: ऋषिकेश की तर्ज पर रामगंगा में शुरू होगी राफ्टिंग…ट्रायल सफल

बिजनौर वासियों के लिए राफ्टिंग को लेकर खुशखबरी है। राफ्टिंग के लिए अब लोगों को ऋषिकेश जाने की जरूरत नहीं है। ऋषिकेश की तर्ज पर ही बिजनौर की रामगंगा नदी में राफ्टिंग शुरू की जा रही है। बुधवार को राफ्टिंग का ट्रायल सफल हो गया। ट्रायल सफल होने के बाद लोगों में खुशी का माहौल है।

बिजनौर में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कुछ समय पहले ही बिजनौर गंगा बैराज पर हाॅट एयर बैलून राइड की शुरूआत हुई। इसी बीच अब बिजनौर में राफ्टिंग शुरू करने की तैयारी चल रही है। बुधवार को जिला प्रशासन की ओर से राफ्टिंग का करीब कालागढ़ बैराज से गांव मुरलीवाला तक ट्रायल किया गया, जो करीब छह किलोमीटर है।

प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार रामगंगा नदी में छह किलोमीटर राफ्टिंग के लिए ट्रायल सफल हो गया है। इससे आगे के लिए अभी टीम निरीक्षण कर रही है। अगर रास्ता ठीक मिलता है तो राफ्टिंग के किलोमीटर बढ़ाए जा सकेंगे। राफ्टिंग ट्रायल एक्सप्लोर इंडियन एडवेंचर के मालिक शुभम तोमर और अंतरराष्ट्रीय माउंटेनियर ज्ञान नंदनी ने किया। ज्ञान नंदनी ने बताया कि ट्रायल के तौर पर एक राफ्ट को नदी में उतारा गया। रामगंगा नदी राफ्टिंग के लिए सही है। इस मौके पर आशीष शर्मा, दिलशाद, इरफान अली, शालू आदि मौजूद रहे।

एक राफ्ट में बैठ सकते हैं नौ लोग
अंतरराष्ट्रीय माउंटेनियर ज्ञान नंदनी ने बताया कि एक राफ्ट में नौ लोग बैठकर राफ्टिंग कर सकते हैं। इनमें एक गाइड होगा। राफ्टिंग के लिए हेलमेट, पैडल, लाइफ जैकेट मंगाई जा रही हैं। साथ ही राफ्ट की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।

राफ्टिंग के लिए एक व्यक्ति को देने होंगे 400 रुपये
रामगंगा नदी में राफ्टिंग के लिए एक व्यक्ति को 400 रुपये देने होंगे। इस फीस में वन विभाग की रसीद के पैसे भी शामिल रहेंगे। ऋषिकेश में राफ्टिंग के लिए 600 रुपये फीस ली जाती है।

बिजनौर में जल क्रीड़ाओं को दिया जा रहा बढ़ावा
जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जलक्रीड़ा बढ़ाई जा रही है। राफ्टिंग से पहले बिजनौर में रेहड़ में पीलीडैम पर कयाकिंग, कैनोइंग खेल कराए गए। इसके अलावा अम्हेड़ा में कयाकिंग, कैनोइंग का प्रशिक्षण केंद्र भी बना हुआ है, जहां युवाओं को कयाकिंग, कैनोइंग सिखाई जा रही है।

ट्रायल सफल हो गया है। जिले में इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। ट्रायल की रिपोर्ट देखी जा रह है। जो भी संभावना होगी, शीघ्र ही उसके मुताबिक काम शुरू किया जाएगा।
– पूर्ण बोरा, सीडीओ बिजनौर

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