ओलंपिक में देश को दो कांस्य पदक दिलाकर लौटी मनु भाकर के लिए रविवर को गोरिया गांव ने पलक-पांवड़े बिछा दिए। गांव की बेटी के स्वागत के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा। ढोल-नगाड़े और गाजे-बाजे के साथ गांव में खूब जश्न मना। बड़े-बुजुर्गों ने मनु भाकर को अगले ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का आशीर्वाद दिया।
इससे पहले गुरुग्राम रोड पर स्थित गोकुलधाम गोशाला पहुंचने पर मनु को डीसी शक्ति सिंह, एडीसी सलोनी शर्मा ने बुके देकर सम्मानित किया। मनु ने यहां गोशाला में कामधेनु गाय की पूजा की और गुड़ खिलाया। इसके बाद वह खानपुर खुर्द पहुंची। यहां से गोरिया गांव तक मनु का स्वागत किया गया।
मुख्य कार्यक्रम गोरिया गांव के यूनिवर्सल स्कूल में आयोजित किया गया था। यहां कार्यक्रम में मनु भाकर ने राम-राम के साथ संबोधन की शुरुआत की। हरियाणवी भाषा में मनु ने कहा कि आज उसनै आपणे गाम की धरती पै आकै घणा आच्छा लाग रया सै। ओलंपिक म्ह पदक मिले, जो मान सम्मान आपणे गाम म्ह आपणे क्षेत्र के लोगां तै मिल्या, शायद इतणा कितै ना मिल्या।
आज चाची, ताई, चाचा, ताऊ, दादा-दादी, भाई भाभियों तै सम्मान पाकै फूली नी समा री। इस दौरान मनु भाकर को उसकी दादी दयाकौर ने सोने की चेन मंच पर पहनाई। मनु को सोने की चेन भेंट करते हुए दादी ने कहा कि उनका आशीर्वाद हमेशा साथ है। वह चाहती हैं कि मनु भाकर अगले ओलंपिक में स्वर्ण पदक प्राप्त कर क्षेत्र को गौरवान्वित करें।
खेल पर पर फोकस, शादी के बारे में अभी नहीं सोचा
कांस्य पदक विजेता मनु भाकर ने कहा कि फिलहाल उसका पूरा फोकस खेल पर है। जब तक शरीर में जान है, वह खेलेंगी और उसके बाद कोचिंग करेंगी। शादी को लेकर किए गए सवाल पर मनु शरमा गईं। बोलीं- शादी की बात कहां से आ गई। उसने अभी इस बारे में कुछ नहीं सोचा है। भगवान आगे जो करेगा, वह देखा जाएगा। उसका पूरा फोकस खेल पर है और स्वर्ण पदक जीतना है। उन्होंने बालीवुड में जाने की चर्चाओं पर साफ इन्कार किया। ओलंपिक में गोल्ड से चूकने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हर कोई स्वर्ण पदक के लिए खेलता है। यह कांस्य पदक ही उनको आगे स्वर्ण जीतने के लिए प्रेरित करेगा। वह फिलहाल तीन माह खेलों से ब्रेक लेंगी। पांच माह बाद जो भी प्रतियोगिता होगी, उसमें भाग लेंगी।