लखनऊ: दरोगा की सिर कटी लाश रेलवे ट्रैक पर मिली, 24 घंटे के बाद हुई पहचान

पुलिस मुख्यालय सुरक्षा में तैनात दरोगा ध्यान सिंह की सिर कटी लाश बुधवार दोपहर सुशांत गोल्फ सिटी के बक्कास रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर पड़ी मिली। पुलिस का दावा है कि दरोगा ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या की है। 24 घंटे बाद बृहस्पतिवार शव की पहचान हुई। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर गृह जनपद चले गए। परिजनों ने फिलहाल कोई आरोप नहीं लगाया है। कौशांबी के सैनी बरेठ बाग निवासी ध्यान सिंह (39) यूपी पुलिस में 2015 बैच के दरोगा थे। वर्तमान में वह पुलिस मुख्यालय सिग्नेचर बिल्डिंग की सुरक्षा में तैनात थे और अर्जुनगंज इलाके में पत्नी प्रियंका के साथ किराए पर रहते थे। कुछ दिन पहले मुख्यालय से जालौन स्थानांतरण हो गया था। बृहस्पतिवार को रवानगी भी होनी थी। पत्नी प्रियंका भी 2019 बैच की सिपाही हैं और पुलिस मुख्यालय में ही तैनात हैं। बुधवार सुबह करीब 11 बजे ध्यान सिंह पत्नी से शेविंग कराने की बात कहकर घर से निकले थे।

दोपहर रेलवे लाइन पर मिला शव, नहीं हो सकी पहचान
ध्यान सिंह कटरा बक्कास इलाके में मकान बनवा रहे थे। घर से निकलकर वह निर्माणाधीन मकान में पहुंचे और लेबरों को रुपये दिए। यहां उनकी मोबाइल फोन पर किसी से बहस हुई और फिर वह घर नहीं पहुंचे। दोपहर करीब दो बजे आउटर रिंग रोड के नीचे रेलवे लाइन पर उनका सिर कटा शव मिला। पुलिस ने लोगों की मदद शव की पहचान का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिस ने लावारिस में शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बृहस्पतिवार हुई पहचान, एंटीमार्टम इंजरी व शाक्ड हेमरेज मौत की वजह
ध्यान सिंह का मोबाइल फोन बुधवार दोपहर से बंद हो गया। पत्नी प्रियंका ने इस बारे में ससुराल वालों को बताया। इस पर बृहस्पतिवार को परिजन कौशांबी से लखनऊ पहुंचे और तलाश की। तभी उन्हें रेलवे लाइन पर मिली सिर कटी लाश के बारे में पता चला। उन्होंने सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस से संपर्क किया और फिर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। यहां परिजनों ने शव की पहचान दरोगा ध्यान सिंह के रूप में की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह एंटीमार्टम इंजरी व शाक्ड हेमरेज आया है।

पुलिस का दावा ट्रेन के सामने कूदकर दी जान
दरोगा ध्यान सिंह की मौत हत्या, हादसा या आत्महत्या है। इस बारे में परिजनों ने कुछ भी नहीं कहा। पुलिस का दावा जरूर है कि दरोगा ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दी है। इसकी पुष्टि पुलिस ने ट्रेन के लोको पायलट से बात करके की है। लोको पायलट ने दरोगा को ट्रेन के आगे कूदते देखा था। अब सवाल उठता है कि दरोगा ने अगर आत्महत्या की तो उसके पीछे वजह क्या है। इस बारे में पुलिस को कुछ नहीं पता। डीसीपी साउथ केशव कुमार ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। परिजनों ने कोई आरोप नहीं लगाए हैं।

अगर आत्महत्या की तो मोबाइल व अन्य सामान कहां
दरोगा ध्यान सिंह की मौत को अगर आत्महत्या मान लिए जाए तो सवाल है कि मोबाइल फोन व अन्य सामान कहां गायब हो गया। क्या दरोगा ने सारा सामान आत्महत्या से पहले कहीं छुपा दिया या फिर शिनाख्त न हो सके इसके लिए किसी ने उनका सारा सामान गायब कर दिया। ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब फिलहाल पुलिस के पास भी नहीं है। डीसीपी का कहना है कि मोबाइल फोन व अन्य सामान के बारे में पता लगाया जा रहा है। दरोगा ध्यान सिंह की आखिरी बार फोन पर किसी से बात हुई थी सर्विलांस की मदद से इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।

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