ट्रंप की धमकी का असर ऐसा… बंधकों को छोड़ने के लिए तैयार हुआ हमास

अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को धमकी दी थी कि अगर उनके शपथ ग्रहण से पहले बंधकों को नहीं छोड़ा गया, तो वह मिडिल ईस्ट में नर्क के दरवाजे खोल देंगे। अब इस धमकी का असर भी दिखने लगा है।

इजरायल के साथ कतर में चल रहे सीजफायर समझौते के तहत पहले चरण में हमास 33 बंधकों को रिहा करने पर तैयार हो गया है। हालांकि इनमें से कई बंधक मृत भी हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों की बातचीत अंतिम दौर में चल रही है।

94 बंधक अभी कब्जे में

इजरायल ने दावा किया था कि 7 अक्टूबर 2023 को हुए हमले के बाद हमास ने 94 बंधकों को अपने कब्जे में रखा हुआ है। इनमें से करीब 34 मर चुके हैं। दोनों देशों के बीच कतर के दोहा में बातचीत हो रही है।

डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि सोमवार को उनके शपथ ग्रहण से पहले सीजफायर डील तय हो जाएगी।
हम इसके बेहद करीब हैं। वे इसे पूरा कर लेंगे। मैं समझता हूं कि बातचीत अपने अंतिम दौर में है। संभवत: यह इस सप्ताह के अंत तक हो जाए।

डोनाल्ड ट्रंप

बाइडन ने भी जताई खुशी
राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी डील पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि ‘हमने जिस समझौते को तैयार किया है, उससे बंधकों की रिहाई होगी। यह डील लड़ाई को खत्म कर देगी। हमारा समझौता इजरायल को सुरक्षा प्रदान करेगा। हम फिलिस्तिनियों को भी मानवीय सहायता दे पाएंगे।’

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी कहा कि समझौता अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा था कि हमास पर समझौते के लिए राजी होने का दबाव बढ़ रहा है।

बफर जोन पर भी विवाद
संभावना जताई जा रही है कि मंगलवार को आखिरी दौर की वार्ता के बाद समझौते पर सहमति बन जाएगी। हमास पहले चरण में 33 बंधकों की रिहाई करेगा, जबकि दूसरे चरण में युद्ध को खत्म करने पर बात होगी। हालांकि इजरायली सेना फिलाडेल्फी कॉरिडोर पर मौजूद रहेगी।

यहा विवाद गाजा के अंदर एक बफर जोन को लेकर भी है। हमास 7 अक्टूबर से पहले की स्थिति में लौटना चाहता है, जिससमें बफर जोन बॉर्डर से 300-500 मीटर पर होगा। लेकिन इजरायल की मांग है कि बफर जोन 2000 मीटर तक रहे।

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