
शनिवार को रात 8:25 बजे से 8:45 बजे तक पुणे एयरपोर्ट पर आपातकालीन ब्लैकआउट अभ्यास किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य संभावित बिजली कटौती या अन्य आपात स्थितियों के लिए एयरपोर्ट की तैयारियों और प्रतिक्रिया का परीक्षण करना था।
लाइट बंद कर किया गया परीक्षण
अभ्यास की शुरुआत सभी लाइट और बिजली व्यवस्था को बंद करके की गई। एयरपोर्ट स्टाफ और आपातकालीन प्रतिक्रियाकर्ताओं ने आपातकालीन प्रक्रियाओं को लागू किया। आने वाली उड़ानों को 20-30 मिनट तक मंडराने का निर्देश दिया गया। यात्रियों को सूचित और शांत रखने के लिए अभ्यास के दौरान नियमित घोषणाएँ की गईं।
सफल रहा परीक्षण
एयरपोर्ट के निदेशक संतोष ढोके ने बताया कि आपातकालीन ब्लैकआउट अभ्यास एयरपोर्ट की तैयारियों और संभावित आपात स्थितियों के प्रति प्रतिक्रिया का परीक्षण करने में सफल रहा। अभ्यास में मजबूत क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया और सुधार के अवसरों की पहचान की गई।
ढोके के अनुसार, हवाई अड्डे की आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना नकली ब्लैकआउट के लिए सुचारू प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने में प्रभावी थी। हवाई अड्डे के कर्मचारियों, एयरलाइनों और हवाई यातायात नियंत्रण के बीच संचार संतोषजनक था और अभ्यास से पहले और उसके दौरान की गई घोषणाओं ने यात्रियों को सूचित और शांत रखने में मदद की।