
यमुना में बाढ़ के कारण सरकारी कामकाज और विकास से जुड़ी परियोजनाएं प्रभावित हो गईं हैं। परिवहन विभाग की बुराड़ी अथाॅरिटी में पानी भरने से कामकाज बंद कर दिया गया है। विभाग की ओर से नोटिस जारी कर रविवार तक काम बंद रहने की जानकारी दी गई है। वहीं, यमुना का जलस्तर बढ़ने से बारापुला फेज-तीन एलिवेटेड कॉरिडोर का भी काम रुक गया है।
मेट्रो की ब्लू लाइन के यमुना बैंक स्टेशन के आसपास पानी भरने से स्टेशन से यात्रियों का निकलना और प्रवेश करना मुश्किल भरा हो गया है। दिल्ली मेट्रो की ओर से यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों पर विचार करने के लिए कहा गया है। हालांकि, ट्रेनों की आवाजाही में कोई समस्या नहीं है। इधर, पानी भरने से बुराड़ी अथॉरिटी के बंद होने से वाहनों की फिटनेस जांच बंद हो गई है। ऑटो चालकों के कई संगठनों ने फिटनेस जांच में देरी पर लगने वाले जुर्माने को माफ करने की मांग की है।
यह जुर्माना पहले दिन 500 रुपये और प्रतिदिन के 20 रुपये के हिसाब से लगाया जाता है। ऑटो टैक्सी चालकों का कहना है कि परिवहन विभाग ने स्वयं अथॉरिटी बंद की है इसलिए इस दौरान देरी होने पर जुर्माने को माफ किया जाए। दिल्ली में करीब एक लाख तिपहिया और करीब 50 हजार विभिन्न श्रेणियों की टैक्सियां हैं जिनकी फिटनेस बुराड़ी अथॉरिटी में की जाती है। प्रतिदिन करीब 250 तिपहिया और टैक्सियों की फिटनेस होती है।परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि जुर्माना माफ करने के लिए मुख्यालय को पत्र भेजा गया है।
यमुना के किनारों के विकास कार्य भी प्रभावित
बाढ़ से यमुना के किनारों पर किए गए विकास कार्यों पर भी असर पड़ा है। जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान यमुना किनारे असिता ईस्ट पार्क बनाया गया। करीब 20 करोड़ रुपये से अधिक लागत से यह बनकर तैयार हुआ है। इसी पार्क से हाट एयर बैलून भी उड़ाने की तैयारी थी। अब पानी कम होने के बाद पार्क को पहले संवारा जाएगा। इस पार्क में चार हजार से अधिक पेड़, पौधे व अलग-अलग प्रजातियों के फूल आदि भी लगे हैं। इसी तरह बांस थीम पार्क बांसेरा में भी यमुना का पानी पहुंच गया है। 25 हजार से अधिक विशेष किस्म के बांस के पौधे यहां पर लगे हुए हैं।