रेड अलर्ट के बीच बारिश ने मचाई तबाही, मनाली में रेस्तरां-खोखे बहे

हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग के रेड अलर्ट के बीच बारिश ने तबाही मचाई है। जगह-जगह भूस्खलन से राज्य में सैकड़ों सड़कें बंद है। कई इलाकों में बिजली-पानी की आपूर्ति ठप है। सात जिलों में आज शिक्षण संस्थान बंद रखे गए हैं। भारी बारिश से मनाली के पतलीकूहल तक जगह-जगह भारी नुकसान हुआ है। बाहंग में रेस्तरां ब्यास नदी में आई बाढ़ में बह गया। अब सिर्फ इसका गेट बचा है। 14 मील में भी रिहायशी इलाकों में पानी भर गया। 15 मील में एक शौचालय व कुछ खोखे ब्यास में बह गए।

प्रशासन की टीम बचाव व राहत कार्य में जुटी है। मनाली-लेह मार्ग बाहंग में भूस्खलन होने के कारण बंद हो गया है। ओल्ड मनाली से बुरुआ को जाने वाली सड़क भी बंद हो गई। कुल्लू-मनाली नेशनल हाईवे बिंदु ढाक के समीप सड़क बहने के कारण ठप हो गया। वाहनों को वामतट मार्ग से भेजा जा रहा है। मनाली से भी यातायात वाया लैफ्ट बैंक ही डायवर्ट किया गया है। ब्यास नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है, ग्रीन टैक्स बैरियर आलू ग्राउंड के पास पानी सड़क पर बह रहा है।

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मौसम विभाग ने मंगलवार को चंबा और कांगड़ा में रेड और कुल्लू-मंडी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना में येलो अलर्ट रहेगा। प्रदेश की ऊंची चोटियों शिंकुला दर्रा, कुगती जोत, बारालाचा, रोहतांग में ताजा बर्फबारी हुई है। 1 सितंबर तक प्रदेश में बारिश का दाैर जारी रहने का पूर्वानुमान है। 29 अगस्त से 1 सितंबर तक कई स्थानों पर भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उधर, ऊना, चंबा, कुल्लू, मंडी, कांगड़ा व बिलासपुर, शिमला जिले में आज भी शिक्षण संस्थान बंद रखने का फैसला लिया गया है। जिला प्रशासन के आदेशानुसार हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में भी मंगलवार को शिक्षण कार्य बंद रहेगा। अधिष्ठाता अध्ययन प्रो. बीके शिवराम ने इसकी अधिसूचना जारी की है।

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