
राज्य के छात्र जब चाहें तब परीक्षा दे सकेंगे। ऐसी व्यवस्था हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड करने जा रहा है। ऑन डिमांड परीक्षा का लाभ अभ्यर्थी हिमाचल प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय (एचपीएसओएस) के जरिये उठा सकेंगे। इस योजना को शुरू करने के लिए स्कूल शिक्षा बोर्ड ने प्रस्ताव बनाकर प्रदेश सरकार को भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड राज्य के हजारों विद्यार्थियों के लिए जब चाहें तब परीक्षा (ऑन डिमांड परीक्षा) की सुविधा शुरू करने जा रहा है। इस परीक्षा का आयोजन कैसे होगा और कब से शुरू किया जाएगा, इसके लिए बोर्ड प्रबंधन ने एक प्रस्ताव बनाकर प्रदेश सरकार को भेज दिया है। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद विद्यार्थियों के लिए यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी।
परीक्षा के लिए अभ्यर्थी तैयारी कर सकें, इसके लिए बोर्ड प्रबंधन सितंबर में प्रश्नपत्र बैंक तैयार कर उन्हें ऑनलाइन मोड पर अपलोड करेगा। इस प्रश्नपत्र बैंक से ऑन डिमांड परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को मार्गदर्शन मिलेगा। ऑन डिमांड परीक्षा शुरू करने का प्रस्ताव बोर्ड प्रबंधन ने प्रदेश सरकार को भेज दिया है। सरकार से मंजूरी मिलते ही विद्यार्थियाें के लिए यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी।
क्या है ऑन डिमांड परीक्षा
ऑन डिमांड परीक्षा विद्यार्थियों को सुविधा और तैयारी के अनुसार परीक्षा देने की सुविधा देगी। इस दौरान विद्यार्थी परीक्षा संबंधी तैयारी पूरी होने पर परीक्षा के लिए आवेदन कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें वर्ष भर का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। यह परीक्षा उन छात्रों के लिए भी विशेष फायदेमंद होगी, जो अपनी परीक्षाओं में फेल हो गए हैं या अंकों में सुधार करना चाहते हैं।
स्कूल शिक्षा बोर्ड ऑन डिमांड परीक्षा की सुविधा छात्रों को देने जा रहा है। इस परीक्षा का प्रस्ताव बनाकर प्रदेश सरकार को भेजा है। वहां से मंजूरी के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। इसके अलावा बोर्ड प्रबंधन सितंबर में प्रश्नपत्र बैंक जारी करेगा। यह प्रश्नपत्र बैंक ऑन डिमांड परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए लाभकारी साबित होंगे।