हिमाचल से वापसी की तैयारी में मानसून, अब तक 448 लोगों की गई जान

भारी तबाही के बाद दक्षिणी पश्चिमी मानसून हिमाचल प्रदेश से रवानगी की तैयारी कर चुका है। माैसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। इससे लोगों को राहत मिलेगी। मानसून के दौरान इस बार 50 से अधिक जगहों पर तो बादल फट चुके हैं। अब तक जानमाल का बड़ा नुकसान हो चुका है।

मानसून सीजन में अब तक 4,84,179.47 लाख का नुकसान

हिमाचल में इस मानसून सीजन में अब तक 4,84,179.47 लाख की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। प्रदेश में 21 जून से 20 सितंबर तक 448 लोगों की जान चली गई है, 496 लोग घायल हुए हैं। 47 लोग अभी भी लापता हैं। 187 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है। राज्य में 663 पक्के, 1,046 कच्चे मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। 2,340 पक्के और 5,036 कच्चे मकानों को नुकसान हुआ है। 495 दुकानें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। इसके अलावा 7,244 गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। 2,510 मवेशियों की माैत हो गई।

अक्तूबर में रवानगी करता रहा मानसून, इस बार जल्दी

वर्ष 2020 में हिमाचल प्रदेश में मानसून का प्रवेश 24 जून को हुआ। यह 30 सितंबर 2020 को विदा हुआ। 2021 में हिमाचल प्रदेश में मानसून 13 जून को आया और यह 10 अक्तूबर को रवाना हुआ। 2022 में मानसून 29 जून का आया और यह तीन अक्तूबर को विदा हुआ। 2023 में 24 जून को आया और 6 अक्तूबर को रवानगी की। इस बार भी मानसून का यह प्रवेश 21 से 23 जून के बीच हुआ।

पिछले छह वर्षों में 2023 और 2025 को छोड़कर औसत से कम बारिश

वर्ष 2020 में 567.4, 2021 में 688.6, 2022 में 716.2, 2023 में 886.0, 2024 में 600.9 मिली मीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। यानी 2020 में 25.7 प्रतिशत कम, 2021 में 9.8 फीसदी कम, 2022 में 2.5 फीसदी कम, 2023 में 21.0 फीसदी अधिक और 2024 में 18.0 प्रतिशत कम वर्षा रिकॉर्ड हुई। इस वर्ष एक जून से लेकर 21 सितंबर की बात करें तो 708 मिमी बारिश हो चुकी है। यह औसत से 45 प्रतिशत अधिक है। इस तरह से पिछले छह वर्षों में 2023 और 2025 में ही मानसून में औसत से काफी अधिक बारिश हुई है।

28 सितंबर तक ऐसा रहेगा माैसम, राज्य में 371 सड़कें अभी भी बंद

माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य में 28 सितंबर तक माैसम साफ बना रहने का पूर्वानुमान है। हालांकि 24 व 25 सितंबर को एक-दो स्थानों पर बारिश हो सकती है। वहीं बीती रात को सराहन 5.5, मुरारी देवी 2.6, धौलाकुआं 1.0 व कांगड़ा में 0.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उधर, राज्य में सोमवार सुबह 10:00 बजे तक जगह-जगह भूस्खलन से 371 सड़कें बंद रहीं। 53 बिजली ट्रांसफार्मर व 127 जल आपूर्ति स्कीमें भी प्रभावित हैं। कुल्लू में 109, मंडी 122 व कांगड़ा जिले में 40 सड़कें बंद हैं।

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