राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सुप्रीमो शरद पवार के पौत्र और विधायक रोहित पवार महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में बुधवार को ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए। वे जांच एजेंसी के दक्षिण मुंबई स्थित कार्यालय में 11 घंटे से अधिक समय तक रहे और रात करीब 10 बजे वहां से निकले। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह जांच एजेंसी के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं और उसने उन्हें एक फरवरी को पूछताछ के लिए फिर से बुलाया है।
इससे पूर्व रोहित राकांपा कार्यकर्ताओं के साथ शक्ति प्रदर्शन करते हुए सुबह साढ़े दस बजे कार्यालय पहुंचे। उनकी बुआ एवं राकांपा सांसद सुप्रिया सुले भी इस दौरान उनके साथ थीं। महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले में रोहित पवार की कंपनी बारामती एग्रो पर मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने अगस्त 2019 में प्राथमिकी दर्ज की थी। इसी के आधार पर ईडी ने मनी लांड्रिंग की जांच शुरू की है।
ईडी के समन पर रोहित पवार ईडी कार्यालय पहुंचे। वहां जाने से पहले उन्होंने राकांपा कार्यालय पहुंचकर अपने दादा एवं राकांपा संस्थापक शरद पवार से मुलाकात की और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया। वह राकांपा कार्यालय के बाहर ही पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मिले। फिर उन्होंने विधानभवन जाकर वहां लगी छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को नमन किया। उसके बाद वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ही ईडी कार्यालय की ओर रवाना हुए। उनके ईडी कार्यालय में प्रवेश से पहले सुप्रिया सुले ने उन्हें संविधान की एक प्रति भेंट की और गले लगाकर आशीर्वाद दिया।
राकांपा कार्यालय से निकलते समय सुप्रिया सुले ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह हमारे लिए संघर्ष का समय है। भविष्य में चुनौतियां हैं। लेकिन हम उनका सामना करेंगे। उन्होंने सत्यमेव जयते का उद्घोष करते हुए कहा कि हम सच्चाई के पथ पर आगे बढ़ते रहेंगे। सुप्रिया सुले के अनुसार महाराष्ट्र में कर्जत-जामखेड़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक रोहित पवार ने कुछ दिनों पहले राज्यव्यापी संघर्ष यात्रा निकाली थी। उन्हें किसानों और युवाओं का अच्छा समर्थन मिला था। इसलिए कहा जा रहा है कि उन्हें ईडी द्वारा भेजा गया समन राजनीति से प्रेरित है।
सुप्रिया ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संसद में दिए गए आंकड़ों से पता चलता है कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा दर्ज मामलों में 95 प्रतिशत मामले विरोधी दलों के नेताओं के विरुद्ध ही हैं। उन्होंने सरकार पर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और कहा कि आखिरकार सच्चाई की जीत होगी।
खिचड़ी घोटाले के मामले में संजय राउत के भाई को भेजा समन
ईडी ने कोविड-19 महामारी के दौरान खिचड़ी घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत के छोटे भाई संदीप राउत को तलब किया है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को कहा कि संदीप राउत को अगले सप्ताह मुंबई में केंद्रीय एजेंसी के अपने कार्यालय में पेश होने के लिए कहा है। पीएमएलए एक्ट के तहत उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। इस मामले में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट के एक पदाधिकारी सूरज चव्हाण को पिछले हफ्ते ईडी ने गिरफ्तार किया था।