रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद लगातार छठवें दिन रामलला के दरबार मे भक्तों का रेला उमड़ा है। रविवार की छुट्टी होने की वजह से बड़ी संख्या में भक्त रामनगरी पहुंचे हैं। हालांकि, भक्तों को सुगमता पूर्वक दर्शन कराने के प्रयास लगातार जारी हैं। पुलिस, प्रशासन और ट्रस्ट इस पर मशक्कत कर रहा है। सामान रखने के लिए लॉकर की सुविधा भी बढ़ा दी गई। फिर भी अधिक भीड़ की वजह से लॉकर की सुविधा भक्तों के लिए नाकाफी साबित हो रही है। सामान जमा करने के लिए भक्तों की लंबी लाइन लग रही है। बहुत सारे भक्त प्राइवेट लॉकरों में सामान जमा करने को मजबूर हो रहे हैं। पिछले पांच दिनों में 14 लाख भक्त दर्शन कर चुके हैं। वही, रविवार को 4 घंटे में करीब 30 हजार भक्त रामलला के दर्शन करने की सूचना है। राम जन्म भूमि पथ पर लगातार भक्तों की कतार लगी हुई है।
सहयोग के लिए लगाए गए अफसर और कर्मचारी
अयोध्या के डीएम ने बताया कि मंदिर परिसर में दर्शन से जुड़ी प्रत्येक व्यवस्था में सहयोग और निगरानी के लिए अफसरों के साथ कर्मचारियों की तैनाती की गई है। ये अफसर और कर्मचारी सुबह दर्शन शुरू होने से रात में इसकी अवधि खत्म होने तक ड्यूटी करेंगे। डीएम ने अफसरों और कर्मचारियों से कहा कि मंदिर परिसर में सजाए गए गमलों और फ्लावरिंग को सुव्यवस्थित रखा जाए। भीड़ के दबाव में इन्हें नुकसान न पहुंचे। जरूरत पड़ने पर इस काम में ट्रस्ट और एलएंडटी के कर्मचारियों का भी सहयोग लिया जाए।
रामजन्मभूमि पथ पर बनाए गए 14 नए काउंटर
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में लगाए गए सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी 30 जनवरी तक बढ़ा दी गई है। पहले इनकी ड्यूटी 25 जनवरी तक थी। भीड़ की स्थिति को देखते हुए ड्यूटी आगे भी बढ़ाई जा सकती है। एसपी सुरक्षा पंकज पांडेय ने बताया कि राम जन्मभूमि पथ पर श्रद्धालुओं के सामान रखने के लिए 14 काउंटर नए शुरू किए गए हैं। 15 का और निर्माण कराया जा रहा है। भीड़ नियंत्रण के लिए राम जन्मभूमि पथ पर स्टील के जिगजैग बैरियर बढ़ाए गए हैं। अयोध्या जंक्शन से टेढ़ी बाजार के बीच 10 हजार, राम जन्मभूमि परिसर में दो हजार व सुग्रीव किला के पास पांच हजार क्षमता का होल्डिंग एरिया बनाया गया है। भीड़ नियंत्रण के लिए टेढ़ी बाजार से नया घाट तक के इलाके को दर्शनार्थियों के लिए आरक्षित रखा गया है। इस क्षेत्र में वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित है।