वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज पेश करेंगी अंतरिम बजट

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार सुबह अंतरिम बजट पेश करेंगी। वित्त मंत्री के तौर पर उनका यह छठा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट है। यह बजट देश के विकास को दिशा देने वाला होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को बजट सत्र आरंभ होने से पहले इसके साफ संकेत दिए। आर्थिक विशेषज्ञों के मुताबिक, अंतरिम बजट ऐसे विकास का दिशा-निर्देशक होगा जो देश को अगले तीन वर्षों से भी कम समय में पांच ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने में सक्षम होगा।

अंतरिम बजट पर क्या बोले पीएम मोदी?
अंतरिम बजट लोकसभा चुनावों के बाद नई सरकार का गठन होने तक देश की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए संसद की स्वीकृति प्रदान करेगा। 17वीं लोकसभा के अंतिम सत्र के ठीक पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब चुनाव का समय निकट होता है तब आमतौर पर पूर्ण बजट नहीं रखा जाता। हम भी उसी परंपरा का निर्वाह करते हुए पूर्ण बजट नई सरकार बनने के बाद आपके समक्ष लेकर आएंगे। इस बार दिशा देने वाली बातें लेकर देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना बजट पेश करने वाली हैं।

चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को लोगों का समर्थन मिलने का विश्वास व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे दृढ़ विश्वास है कि देश आगे बढ़ रहा है और प्रगति की नई ऊंचाइयां छू रहा है। देश समग्र और समावेशी विकास का अनुभव कर रहा है। लोगों के आशीर्वाद से यह यात्रा लगातार जारी रहेगी।’

पीएम मोदी ने राम-राम से मीडिया वार्ता की शुरुआत की
संसद परिसर में मीडिया से वार्ता में ‘राम राम’ से अपनी बात शुरू करते हुए प्रधानमंत्री मोदी सदन में हुड़दंग करने वाले विपक्षी सांसदों पर जमकर बरसे और ऐसे सांसदों को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि संसद में विपक्ष की ओर से तीखी आलोचना स्वाभाविक है और इसका सभी स्वागत करते हैं। विपक्षी सांसदों की विचारपूर्ण आलोचना को आने वाले समय में भी याद किया जाएगा। लेकिन जिन सांसदों ने पिछले 10 वर्षों के दौरान सिर्फ आदतन हंगामा और हुड़दंग किया, उनकी चर्चा भी नहीं होगी। ऐसे सांसदों के संसद में योगदान को शायद ही कोई याद करे, उनके संसद में काम के बारे में उनके क्षेत्र की जनता भी नहीं जानती।

पीएम ने विपक्षी सांसदों को दिए संदेश
प्रधानमंत्री ने विपक्षी सांसदों के लिए संसद के इस अंतिम सत्र को एक नया अवसर बताया, जिस दौरान वे अपनी पुरानी गलतियों का प्रायश्चित कर सकते हैं और सकारात्मक बहस में हिस्सा लेकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत कर सकते हैं। गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र के दौरान हंगामा करने वाले 146 सांसदों को निलंबित कर दिया था, लेकिन बजट सत्र से पहले उनका निलंबन वापस ले लिया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने बजट सत्र को नारी शक्ति की दृष्टि से भी अहम करार दिया।

उन्होंने कहा कि संसद के नए भवन में हुई पहली बैठक में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पास कर महिला सशक्तीकरण की नई गाथा लिखी गई। अब बजट सत्र के पहले दिन महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में संबोधन है, गुरुवार को महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। प्रधानमंत्री ने अपनी बात का अंत भी ‘राम राम’ कहकर किया।

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