वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में बाघों के साथ ही बड़ी संख्या में शाकाहारी जानवर भी रहते हैं। इनके शिकार के लिए शिकारी प्रयास करते रहते हैं। टाइगर रिजर्व के स्टाफ ने इसी तरह के तीन शिकारियों को पकड़ा है। उनके पास से शिकार करने के लिए बंदूक और अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं। शिकारियों पर वन्यप्राणी सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से तीनों को जेल भेजा गया।
मोहली रेंज में शिकार करने घुसे थे शिकारी
मामला मोहली रेंज की आकीखेड़ा वीट का है। यहां चार लोग शिकार करने के उद्देश्य से एक खेत में पहुंचे इनके हाथों में हथियार और बारूद था और ये चारों जंगली जानवर के शिकार करने कि फिराक में थे। तभी इसकी जानकारी वन अमले को लग गई और उन्होंने घेराबंदी करके आरोपियों को पकड़ लिया। एक शिकारी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला, जबकि तीन शिकारियों को वन अमले ने पकड़ लिया।
तेंदूखेड़ा के रहने वाले हैं दो आरोपी
शिकारियों की जानकारी लगते ही मोहली रेंजर ने पूरे मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। अधिकारियों के निर्देश पर मोहली और झापन रेंज के वन अमले ने घेराबंदी करके शिकारियों को पकड़ा जिनके पास से बंदूक, बारूद, फंदा और अन्य सामग्री बरामद की गई। तीन शिकारियों में दो तेंदूखेड़ा ब्लॉक के रहवासी हैं, जबकि तीसरा आरोपी दमोह का निवासी बताया जा रहा है।
कार्रवाई के संबंध में मोहली रेंजर नीरज बिसेन ने बताया कि वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व के गेम परिक्षेत्र मोहली अंतर्गत बीट आंखीखेड़ा पूर्व से लगे खेत में मुखबिर की सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ लोग वन्यप्राणियों के शिकार के उद्देश्य से बंदूक के साथ वीरांगना टाईगर रिजर्व के अंदर बरकोटी हार तरफ गए हुए है।
उक्त सूचना को संज्ञान मे लेते हुए गेम परिक्षेत्र मोहली एवं झापन के वन अमले द्वारा मौका स्थल पर घेराबंदी कर आरोपी खड़ी पिता पूरन रैकवार निवासी मुडेरी तहसील दमोह, राजेश पिता दामोदर लोधी निवासी मुहरा तेंदूखेड़ा, जीवन पिता जगदीश लोधी निवासी मुहरा तेंदूखेड़ा को मौके से गिरफ्तार किया गया एक अन्य आरोपी घूमन पिता महेंद्र लोधी निवासी जमुनिया अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया जिसकी तलाश जारी है।
डाग गैलेलियो की मदद से मौका स्थल से एक भरमार बंदूक, फंदेे, छर्रे, बारूद, पोटाश, क्लिच वायर फंदा, जीआई तार बरामद कर आरोपियो पर वन्यप्राणी संरक्षण 19़72 की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध कर न्यायालय में पेश किया गया।