अरब सागर में गेटवे ऑफ इंडिया के पास मंगलवार को एक संदिग्ध बोट दिखाई देने से हड़कंप मच गया। मुंबई की समुद्र गश्ती पुलिस तुरंत सक्रिय हुई और बोट को कब्जे में ले लिया। बोट में तीन भारतीय सवार थे जो तमिलनाडु के मछुआरे हैं। पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है। हालांकि, पुलिस ने किसी आतंकी घटना की संभावना से इन्कार किया है, क्योंकि तीनों के पास से कोई हथियार नहीं मिला है। यह सवाल जरूर है कि समुद्री सुरक्षा को भेदकर कुवैती बोट गेटवे ऑफ इंडिया तक कैसे पहुंची।
पुलिस के अनुसार, अरब सागर में समुद्र तट से थोड़ी दूरी पर कुछ हलचल दिखाई दी। वॉच टावर से पता चला कि भारतीय जल क्षेत्र में कोई संदिग्ध बोट घुस आई है। मुंबई पुलिस की एक पेट्रोलिंग टीम ने बोट को रोका और तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर उन्हें कोलाबा पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया। पुलिस ने अवैध घुसपैठ का मामला दर्ज कर संदिग्धों से पूछताछ शुरू की है।
नेवी, कोस्टगार्ड और कोस्टल पुलिस ने की संयुक्त पूछताछ
गेटवे ऑफ इंडिया के पास संदिग्ध बोट मिलने से 26/11 के आतंकी हमले की याद ताजा हो गई। मामला संगीन होने के कारण भारतीय नौसेना, कोस्टगार्ड और कोस्टल पुलिस की संयुक्त टीम ने पूछताछ की। लेकिन, इस घटना से कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। मसलन, संदिग्धों ने कुवैत की समुद्री सीमा कैसे पार की और वह बोट लेकर मुंबई के अतिसंवेदनशील इलाकों में से एक ससून डॉक परिसर तक कैसे पहुंचे।
सवाल यह भी है कि वे दक्षिण भारत के समुद्री तट पर जाने के बजाय गेटवे ऑफ इंडिया क्यों आए। पुलिस एक-एक करके हर पहलू की जांच कर रही है। तमिलनाडु पुलिस के जरिये उनके परिजनों से भी संपर्क की गई है।