महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को मुंबई कोस्टल रोड के पहले चरण का उद्घाटन कर दिया। पहले चरण में कोस्टल रोड दक्षिण मुंबई के वर्ली से मरीन ड्राइव को जोड़ेगी। साढ़े दस किलोमीटर लंबे इस मार्ग को आज आम जनता के लिए खोल दिया गया है। सीएम ने इस रोड की जमकर तारीफ की और इसे इंजीनियरिंग का चमत्कार बताया।
12 हजार करोड़ की लागत से बनी है मुंबई कोस्टल रोड
अधिकारियों ने बताया कि कार चालक वर्ली सीफेस और हाजी अली इंटरचेंज, अमरसन इंटरचेंज से कोस्टल रोड पर एंट्री ले सकते हैं और मरीन लाइंस पर रोड से बाहर आ सकते हैं। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। उद्घाटन के बाद सीएम एकनाथ शिंदे और अन्य नेताओं ने बेस्ट की इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाकर कोस्टल रोड से रवाना किया। साथ ही एक विंटेज कार रैली को भी हरी झंडी दिखाई गई। इस प्रोजेक्ट की लागत 12,721 करोड़ रुपये है। इस महत्वकांक्षी योजना पर 13 अक्तूबर 2018 को काम शुरू हुआ था। इस प्रोजेक्ट के तहत कई एकड़ में फैला सेंट्रल पार्क भी बनाया जा रहा है।
‘धर्मवीर संभाजी महाराज कोस्टल रोड’
सीएम शिंदे ने बताया कि इस सड़क का नाम ‘धर्मवीर संभाजी महाराज कोस्टल रोड’ रखा गया है। कोस्टल रोड के पास वर्ली में संभाजी महाराज की प्रतिमा भी लगाई जाएगी। सीएम ने कहा कि यह सड़क इंजीनियरिंग का चमत्कार है और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर इसे बनाया गया है। सीएम ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के दूसरे चरण को मई में आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। जिसके तहत यह सड़क बांद्रा-वर्ली सी लिंक को जोड़ने के साथ ही दहीसर को जोड़ेगी। 53 किलोमीटर लंबी इस सड़क से ईंधन और समय की काफी बचत होगी और प्रदूषण भी कम होगा।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि कोस्टल रोड प्रोजेक्ट के तहत 175 एकड़ का हरियाली भरा इलाका विकसित किया जाएगा। मुंबई को 300 एकड़ का सेंट्रल पार्क भी मिलेगा। सीएम ने बिना नाम लिए उद्धव ठाकरे की पूर्व की सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पूर्व की सरकार में प्रोजेक्ट का काम धीमा हुआ।