ध्य प्रदेश के इंदौर जिले में प्रशासन के लाख प्रयासों के बाद भी कान्ह और सरस्वती नदी के शुद्धिकरण अभियान में कोई सफलता नही मिली है। करोड़ों रूपए इस प्रोजेक्ट में लगाने के बाद भी नाले में तब्दील हो चुकी नदियां अब तक अपने पुराने स्वरूप में नहीं लौट सकी है। ऐसे में अब एक बार फिर से जिला प्रशासन ने नदियों के शुद्धिकरण को लेकर प्रयास शुरू कर दिए हैं,इस बार जिला प्रशासन आईआईटी इंदौर के एक्सपर्ट्स की मदद लेने जा रहा हैं।
इसके लिए शनिवार को आईआईटी के प्रोफेसर्स और एक्सपर्ट्स के साथ कलेक्टर ने बैठक की,इस बैठक में नदियों को दोबारा अपने स्वरूप में लाने को लेकर चर्चा की गई। बैठक में आईआईटी के एक्सपर्ट्स ने नदी में मिल रहे सीवरेज की गंदगी को नदी में मिलने से रोकने, नए एसटीपी प्लांट बनाने और कई इलाकों में नई सीवरेज लाइन डालने के सुझाव मिले हैं
कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक़ बैठक में मिले सभी सुझावों को गंभीरता से लिया गया है।इसके साथ ही जल्द ही इसे अमल में लाने का काम किया जाएगा। अब देखना होगा की इस बार प्रशासन की मुहिम क्या रंग लाती है,और इंदौर में मौजूद प्राचीन नदियाँ अपने पुराने स्वरूप में कब तक लौटती है।