विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को सभी 9 सीटों पर जीत दिलाने के लिए संघ परिवार ने भी कमर कस ली है। इसके लिए संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में बूथवार संघ कार्यकर्ताओं की टोली बनाई है। यही टोलियां भाजपा की जीत की जमीन तैयार कर रही हैं। भाजपा के कार्यक्रमों से दूरी बनाते हुए ये टोलियां सभी जातियों से संपर्क कर जातियों में बंटे हिंदू समाज को राष्ट्रहित का पाठ पढ़ा रही हैं। साथ ही समाज के हर वर्ग व जाति के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ के बंटेगें तो कटेंगे के नारे का मतलब भी समझा रहे हैं।
दरअसल, लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि अब भाजपा बड़ी हो गई है, उसे आरएसएस की जरूरत नहीं है। इसके बाद से संघ परिवार की सक्रियता ठहर गई थी। संघ की बेरुखी से हिंदुत्व का एजेंडा तार-तार हो गया और हिंदू जातियां बिखर गईं जिसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा। हालांकि, जिस हिंदू समाज के ताने-बाने को संघ ने वर्षों की मेहनत से खड़ा किया था, उसे बिखरता देख संघ परिवार चिंतित हो उठा है। उधर भाजपा नेतृत्व को भी यह एहसास हो गया कि संघ को लेकर दिए गया बयान गलत था। अब भाजपा को एहसास हो गया है कि यूपी में होने वाले उपचुनाव व महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव में संघ की मदद के बिना बेड़ा पार नहीं हो पाएगा। ऐसे में भाजपा फिर से संघ की शरण में पहुंची है।
संघ अब सीएम योगी के बंटेंगे तो कटेंगे के नारे को आधार बनाकर फिर से भाजपा के लिए जमीन मजबूत करने में जुट गया है। भाजपा के पक्ष में जनमत तैयार करने के लिए बड़े पैमाने पर संपर्क कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। सूत्रों की मानें तो सभी संघ ने उपचुनाव वाली प्रदेश की सभी 10 विधानसभा सीटों के लिए टोलियां तैयार की हैं। भले ही चुनाव 9 सीटों पर हो रहा है।
टोलियां राष्ट्रहित और हिंदुत्व को दे रहीं धार
टोलियों ने लोगों तक संदेश पहुंचाना शुरू भी कर दिया है। प्रत्येक टोली 5-10 लोगों के छोटे ग्रुप के साथ बैठकें कर रही है। सूत्रों ने बताया कि संघ की टोलियां इन बैठकों में सीधे तौर पर भाजपा का समर्थन नहीं करतीं, बल्कि राष्ट्रहित, हिंदुत्व, सुशासन, विकास, लोक कल्याण और स्थानीय मुद्दों पर गहन चर्चा के माध्यम से लोगों की राय को आकार दे रही हैं।
यूपी के साथ अन्य राज्यों के लिए भी रणनीति
सूत्रों का कहना है कि टोलियां बनाने से पहले संघ और उसके सहयोगी संगठनों ने रणनीति बनाने के लिए लखनऊ समेत चुनाव वाले अन्य राज्यों में भी बैठक कर खाका तैयार किया है। संघ का यह कदम इसलिए भी अहम है कि हाल ही में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद से ही संघ ने अन्य राज्यों के आम चुनावों के साथ ही यूपी के उपचुनाव में भी इसी रणनीति पर काम करने का फैसला किया है।
हरियाणा में भी टोलियों ने की थी सवा लाख बैठकें
सूत्रों के मुताबिक हरियाणा में बनाई गई संघ कार्यकर्ताओं की टोलियों ने प्रदेश भर में करीब सवा लाख छोटी-छोटी बैठकें की थीं। इन बैठकों ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार की जाट-केंद्रित नीतियों सहित अन्य मुद्दों को उजागर कर हरियाणा में जनमत बनाया था। इन टोलियों के बदौलत ही जनता में अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर लोगों की चिंताओं को दूर करने और किसानों से बातचीत करके उनकी भावनाओं को भाजपा के पक्ष में करने में कामयाबी मिली थी।