‘देश का युवा सड़क पर लाठियां खा रहा’: SSC परीक्षा को लेकर मचे बवाल पर केजरीवाल बोले…

एसएससी भर्ती परीक्षा में कथित धांधली और कुप्रबंधन को लेकर अभ्यार्थी जंतर मंतर पर डटे हुए हैं। इसी बीच दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि युवा पूछ रहा है, कब तक सिस्टम उसकी मेहनत का मजाक उड़ाएगा? अब जवाब देना पड़ेगा।

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे एसएससी के छात्रों के मामले पर एक्स पर पोस्ट किया है। केजरीवाल ने लिखा कि देश का युवा सड़क पर है और लाठियां खा रहा है। क्योंकि वो अपने भविष्य के लिए सवाल पूछ रहा है।

आगे लिखा कि एसएससी की परीक्षाएं लाखों युवाओं की जिंदगी बदल सकती हैं, लेकिन जब प्रक्रिया ही सवालों के घेरे में हो तो भरोसा कैसे बचेगा?, दरअसल युवाओं पर ये लाठी नहीं चली, बल्कि देश के युवाओं के सपनों और उम्मीदों पर वार हुआ है। युवा पूछ रहा है, कब तक सिस्टम उसकी मेहनत का मजाक उड़ाएगा? अब जवाब देना पड़ेगा।

एसएससी भर्ती परीक्षा में कथित धांधली पर अभ्यर्थियों ने भरी हुंकार
कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) भर्ती परीक्षा में कथित धांधली और कुप्रबंधन को लेकर शुक्रवार को भी अभ्यर्थियों का जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान अभ्यर्थी और शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में जवाबदेही और सुधार की मांग को लेकर दिल्ली चलो आह्वान के तहत एकत्र हुए हैं।

जंतर मंतर पर प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया। इसमें देशभर के अभ्यर्थी शामिल हैं। हालांकि, बिना इजाजत के प्रदर्शन करने पर उन्हें तीन बजे वहां से खाली करवा दिया गया। वहीं, बृहस्पतिवार को पुलिस ने कई अभ्यर्थियों और शिक्षकों को हिरासत में लिया जिसके बाद नाराजगी और बढ़ गई।

प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि एसएससी की चयन पोस्ट फेज-13 परीक्षा 24 जुलाई से 1 अगस्त तक आयोजित की गई है। इसमें अभ्यर्थियों के सामने कई खामियां आई हैं। अभ्यर्थियों ने बताया कि 24 से 26 जुलाई को होने वाली चयन पोस्ट फेज-13 की कुछ परीक्षाएं प्रशासनिक और तकनीकी कारणों से रद्द कर दीं हैं, जबकि सही कारण नहीं बताया गया है। कुछ अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र कानपुर से कर्नाटक दे दिया गया है। उनका आरोप है कि परीक्षा के सवाल भी हर दिन एक जैसे आ रहे हैं।

अभ्यर्थियों ने परीक्षा कराने वाले एडुक्विटी वेंडर पर भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पहले टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के पास टेंडर था, जो अब दूसरी कंपनी को दिया गया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि पूरी परीक्षा के दौरान सिस्टम क्रैश, सॉफ्टवेयर गड़बड़ियां और गलत जवाब की समस्या सामने आई है। प्रदर्शन में शामिल दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष रौनक खत्री ने कहा कि परीक्षा का वेंडर काली सूची में शामिल कंपनी को दिया गया है।

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