
जाल्हूपुर में नवीन समेकित विशेष माध्यमिक आवासीय विद्यालय के निर्माण में दोयम दर्जे के ईंटों का प्रयोग हो रहा था। विद्यालय की छत पर बारिश के पानी की निकासी के लिए लगाए गए पीवीसी पाइप को ठीक से नहीं लगाया गया है।
सीडीओ हिमांशु नागपाल के निरीक्षण में ये लापरवाही सामने आई। नाराजगी जताते हुए उन्होंने तुरंत सुधारने के निर्देश दिए। निरीक्षण में कार्यदायी संस्था सी एंड डीएस यूनिट-24 के प्रोजेक्ट मैनेजर और अवर अभियंता मौके पर मौजूद थे।
जांच में पाया गया कि भवन निर्माण में मानक 20 मिमी के बजाय 10 मिमी के स्टोन कोटा का प्रयोग किया जा रहा है। पहले भी निरीक्षण में दोयम दर्जे की ईंटों के प्रयोग की शिकायत मिली थी। एक बार फिर निरीक्षण में ऐसा मिलन पर सीडीओ ने नाराजगी जताई। इस लापरवाही को आपत्तिजनक बताया और परियोजना प्रबंधक को निर्देशित किया कि दोयम दर्जे की ईंटों को तत्काल हटाकर प्रथम श्रेणी की ईंटों का प्रयोग किया जाए।
पीवीसी दरवाजे लगाने, बिजली वायरिंग, फिटिंग कार्यों में ब्रांडेड कंपनियों की सामग्री का उपयोग, खिड़कियों में मच्छर वाली जाली लगाने और रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। मौके पर निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद पाया गया, जबकि परियोजना पूरी होने की तिथि सितंबर 2025 तय की गई है। सीडीओ ने स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की संख्या बढ़ाई जाए और युद्धस्तर पर काम हो। ताकि समयसीमा में भवन का निर्माण पूरा किया जा सके।