भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गोविंद मालू का बुधवार रात आकस्मिक निधन हो गया। जिनकी अंतिम यात्रा आज सुबह 10:30 बजे निज निवास 175-179 ग्रेटर बृजेश्वरी कॉलोनी पिपलियाहाना से रीजनल पार्क मुक्तिधाम जाएगी।
बता दें कि गोविंद मालू खनिज विकास निगम के उपाध्यक्ष और भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी भी रह चुके हैं। अभी वे पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता थे। उनके निधन पर पार्टी नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गोविंद मालू मीडिया और सोशल मीडिया पर पार्टी का पक्ष जोरदार तरीके से रखते थे। आकस्मिक निधन से 12 घंटे पहले भी उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कांग्रेस पर निशाना साधा था।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मालू के निधन पर जताया शोक
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता गोविन्द मालू के निधन पर एक्स कर गहन शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि मालू भाजपा की विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध, समर्पित कार्यकर्ता थे। उन्होंने पार्टी की विभिन्न जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। उनका असमय निधन समाज और भाजपा परिवार के लिए बड़ी क्षति है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाबा श्री महाकाल से दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने और शोकाकुल परिवार को यह वज्रपात सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है। इसके बाद सीएम यादव इंदौर पहुंचे और मालू के अंतिम दर्शन कर उन्हें नमन किया।
गोविंद मालू का आखिरी एक्स, बोले- वे करते तुष्टिकरण, मोदी की भाजपा करती सन्तुष्टिकरण
गोंविद मालू ने 12 घंटे पहले कांग्रेस और इंडि गठबंधन पर हमला बोला था। उन्होंने एक्स कर लिखा था- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर शहीद की शहादत की कुर्बानी, वोट की बलिवेदी पर देते हुए शहीद हेमंत करकरे को आतंकवादियों की गोली से नहीं पुलिस की गोली से मृत बताते हैं।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रो.रामगोपाल राम मंदिर को बेकार बताते हुए, बाबरी-परस्ती की परस्तीश में बेकरार हो, सनातन-राम को निशाना बनाते हैं, क्यों?
राष्ट्रिय जनता दल सुप्रीमो लालूप्रसाद यादव मुसलमानों को आरक्षण देने की वकालत करते हैं। क्यों? अजा-जजा आरक्षण खत्म करने की साजिश कौन रच रहा है?
बहन कु.मायावती कहती हैं मुफ्त अनाज बंद कर देंगी, क्योंकि मोदी सरकार मकान, मुफ्त अन्न, स्वास्थ्य आयुष्मान योजना दलितों-गरीबों, मुस्लिमों को भी बराबर के हक से दे रही है। जो इन लोगों ने वोट बैंक समझ रखा है।
जिन्होंने देश को तो क्या, अपनी पार्टी के संविधान को ताक में रखा वे आज संविधान की किताब लहरा कर डर बता रहें हैं। जबकि संविधान की मूल आत्मा को खत्म करने की साजिश इंदिराजी ने रची थी, भूल गए केशवानंद भारती केस का निर्णय। देश को याद है राहुल गांधीजी। आपके मुंह से आम्बेडकर जी का नाम शोभा नहीं देता।
वे करते तुष्टिकरण, हम करते संतुष्टिकरण जब मोदी दहाड़ते हैं तो इनकी जमीन में भूकंप आ जाता है। मोदीजी जहां जाते हैं, सांस्कृतिक राष्ट्र की आधारशीला के वृक्ष को पानी देते हैं, काशी, महाकाल, मथुरा, धार की भोजशाला हो या कोई भी शक्ति पीठ।
बाबरी के सिपाहसालर, इस्लामिक राष्ट्र बनाने के, इरादों और पौधे को सींचते हैं। सत्ता के लिए वोट बैंक के लिए वर्ग विभाजन के लिए।