डेली डाइट में फाइबर को शामिल करने से मिलते हैं कई गजब फायदे

सेहतमंद जिंदगी के लिए डेली डाइट में फाइबर को शामिल करना (Fibre Rich Diet) काफी जरूरी होता है। इसकी कमी होने पर आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह न सिर्फ डायबिटीज को कंट्रोल रखता है बल्कि पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के साथ ही बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम करने में भी उपयोगी होता है। आइए आपको बताते हैं इसके कुछ लाजवाब फायदे।

अच्छी सेहत के लिए वैसे तो शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व चाहिए होते हैं, लेकिन आज इस आर्टिकल में हम आपको फाइबर की जरूरत का अहसास कराने जा रहे हैं। क्या आप जानते हैं कि शरीर में इसकी कमी होने पर पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं? यही नहीं, डाइट में इसे शामिल न करने पर आप ओवरईटिंग के भी शिकार हो सकते हैं और शरीर में बैड कोलेस्ट्ऱॉल की मात्रा भी बढ़ सकती है। आइए आपको बताते हैं डाइट में इसे शामिल करने से सेहत को मिलने वाले कुछ लाजवाब फायदे।

हेल्दी रहता है हार्ट
फाइबर युक्त आहार आपको दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाता है। कई स्टडीज में यह जानकारी सामने आई है कि फाइबर रिच डाइट से हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। ऐसे में, आप हरी पत्तेदार सब्जियां, टमाटर, प्याज, सलाद, छिलके वाली दालें और शकरकंद आदि को डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।

डायबिटीज को करे कंट्रोल
फाइबर से भरपूर चीजें खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। यही वजह है कि डायबिटीज की बीमारी में लोगों को हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करने के लिए कहा जाता है। ऐसा करने से शुगर स्पाइक की परेशानी नहीं होती है।

डाइजेशन को बनाए बेहतर
फाइबर के सेवन से पाचन तंत्र मजबूत रहता है। ऐसे में, जिन लोगों को अक्सर अपच गैस और ब्लोटिंग की समस्या रहती है, उन्हें अपनी डाइट में फाइबर का ख्याल जरूर रखना चाहिए। इससे भरपूर फल-सब्जियां खाने से कब्ज से भी छुटकारा मिल सकता है।

वजन घटाने में मददगार
फाइबर रिच डाइट वेट लॉस में भी काफी सहायक होती है। इससे आपका पेट काफी समय तक भरा रहता है और ओवरईटिंग के कारण वेट गेन की प्रॉब्लम नहीं होती है। इसलिए अगर आप भी बढ़ने वजन से परेशान हैं, तो डेली डाइट में फाइबर का ख्याल जरूर रखें।

कोलेस्ट्रॉल कम करने में फायदेमंद
बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को घटाने के लिए भी डाइट में फाइबर को शामिल करना फायदेमंद होता है। अगर आप डाइट में फाइबर को शामिल करते हैं, तो इससे आर्टरीज ब्लॉक होने का जोखिम भी कम हो जाता है और हार्ट हेल्दी रहता है।

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