भारतीय क्रिकेट टीम को नया टी20 कप्तान मिल गया है। नए कोच गौतम गंभीर और सेलेक्टर्स ने सूर्यकुमार यादव को ये जिम्मेदारी सौंपी है। लेकिन सूर्यकुमार को वनडे टीम में जगह नहीं मिली है। वहीं जिम्बाब्वे दौरे पर फ्लॉप रहने वाले रियान पराग को दोनों टीमों में जगह मिली है। टीम मैनेजमेंट के इस फैसले में अतीत से सबक लेकर आगे की तैयारी करने की झलक दिखती है।
टीम इंडिया को नया टी20 कप्तान मिल गया है। टी20 वर्ल्ड कप-2024 के बाद रोहित शर्मा ने क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप से संन्यास से लिया था। इसके बाद से ही सभी को इंतजार था कि टी20 में टीम का अगला कप्तान कौन होगा। पहले इस रेस में हार्दिक पांड्या का नाम सबसे आगे था जो वर्ल्ड कप के दौरान उप-कप्तान थे, लेकिन यकायक इस मामले में सूर्यकुमार यादव आगे निकल गए। हैरानी वाली बात है ये है कि जिस खिलाड़ी पर भरोसा जता सेलेक्टर्स और नए कोच गौतम गंभीर ने टी20 कप्तानी उसे सौंपी, उसी खिलाड़ी को वनडे टीम में जगह तक नहीं मिली।
अब एक और बात पर गौर करते हैं। हाल ही में भारतीय टीम ने जिम्बाब्वे का दौरा किया था। इस दौरे पर कई युवा खिलाड़ियों को डेब्यू का मौका मिला था। उनमें से ही एक थे रियान पराग। पराग ने दो मैच खेले, लेकिन वह सफल नहीं रहे। पहले मैच में दो रन और दूसरे मैच में 22 रन बनाकर वह भारत लौट आए। हैरानी की बात ये है कि रियान पराग को श्रीलंका दौरे के लिए टी20 टीम में तो चुना गया है, साथ ही वनडे टीम में भी उनका नाम है।
सूर्युकमार वनडे में फ्लॉप
पहली नजर में ये फैसला हैरानी भरा लगता है लेकिन इसी के साथ सेलेक्टर्स ने अपनी रणनीति भी बता दी है। सूर्यकुमार का टी20 में कोई तोड़ नहीं है। वह तेजी से रन बनाते हैं, मैच पलटने का दम रखते हैं। लेकिन अपनी इस कला को सूर्यकुमार वनडे में दोहरा नहीं पाए। उन्हें मौके दिए गए जिनमें ये दाएं हाथ का बल्लेबाज फेल रहा। सूर्यकुमार ने भारत के लिए 37 वनडे मैच खेले हैं, लेकिन उनका औसत खराब रहा है। उन्होंने 25.76 की औसत से 773 रन बनाए हैं जिसमें चार अर्धशतक आए हैं। सूर्यकुमार में वनडे प्लेयर वाली बात भी नजर नहीं आई थी और इसी कारण चैंपियंस ट्रॉफी को देखते हुए उनको बाहर कर दूसरे विकल्प तैयार करने पर जोर दिया गया है।
रियान पराग अंदर
सूर्यकुमार वनडे में खेलते तो नंबर 5 पर खेलते। इस नंबर के लिए टीम मैनेजमेंट अब रियान पराग को देख रहा है। असम से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले पराग नंबर-5 पर खेलते हैं। विजय हजारे ट्रॉफी में वह लगातार नंबर-5 पर रहते हुए रन बना रहे हैं। वह तेजी से रन बना सकते हैं, बड़े शॉट्स लगा सकते हैं। वह पारी बना भी सकते हैं। ये सब पराग ने आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में करके दिखाया है। इसके अलावा पराग पार्ट टाइम ऑफ स्पिन भी फेंकते हैं जो टीम के काम आ सकती है।