अफ्रीकी देश चाड में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। यहां आतंकवादियों ने एक सैन्य अड्डे को निशाना बनाया। इस हमले में 40 सैनिकों की मौत की खबर है। चाड मध्य अफ्रीका में पड़ता है। उसके पड़ोस में नाइजर, नाइजीरिया, सूडान और लीबिया जैसे देश हैं। यह पूरा इलाका दशकों से आतंकी हमला का सामना कर रहा है। चाड के राष्ट्रपति कार्यालय ने आतंकी हमले की जानकारी साझा की। राष्ट्रपति महामत इदरीस डेबी ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाने का आदेश दिया है।
कहां हुआ हमला?
यह हमला चाड के बरकारम द्वीप पर हुआ है। यह द्वीप नाइजीरिया और नाइजर के सीमा के बेहद करीब है। इन दोनों ही देशों में इस्लामिक स्टेट और बोरो हराम जैसे आतंकी समूह सक्रिय हैं। सोमवार को राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में हमले के पीछे बोको हराम को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि अभी तक किसी संदिग्ध के नाम का खुलासा नहीं हुआ है।
चार साल बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला
बरकारम द्वीप लेक चाड क्षेत्र में है। यहां इस्लामिक स्टेट इन वेस्ट अफ्रीका और बोको हराम ने कई बार हमला किया है। बोको हराम पूर्वोत्तर नाइजीरिया से चाड के पश्चिम क्षेत्र तक फैला है। हालांकि अभी तक आतंकी समूह ने हमले की कोई जिम्मेदारी नहीं ली है। लगभग चार साल बाद चाड पर हुआ यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है। साल 2020 में आतंकियों ने घात लगाकर चाड के सैनिकों पर हमला किया था। इसमें 100 से अधिक जवानों की जान गई थी।
आतंक का गढ़ बना साहेल
चाड फ्रांसीसी और अमेरिका सेना का अहम सहयोगी है। वह इन देशों के साथ मिलकर साहेल क्षेत्र में जिहादियों से लड़ रहा है। अफ्रीका का साहेल क्षेत्र इन दिनों अल कायदा और इस्लामिक स्टेट के हमलों के बाद वैश्विक आतंकवाद का केंद्र बना है। उधर, माली, नाइजर और बुर्किना फासो ने हाल के वर्षों में अमेरिका और फ्रांस के साथ सैन्य अभियान को समाप्त कर दिया है। इन देशों ने अब रूस से सहायता मांगी है।
घात लगा हमला करता है बोको हराम
22 फरवरी 2022 को बोको हराम ने ईंधन भर रहे चाड के सैनिकों पर घात लगाकर हमला किया था। इसमें पांच की जान गई थी। इसी साल 14 अगस्त को बोको हराम ने लाक क्षेत्र में दो नागरिकों को मौत के घाट उतारा था। इसके अगले दिन 15 अगस्त को इसी क्षेत्र में दो सैनिकों की हत्या भी बोको हराम ने की थी।