ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज स्टीव स्मिथ लंबे समय से फॉर्म से जूझ रहे थे। वह रनों के लिए संघर्ष कर रहे थे, लेकिन ब्रिस्बेन में भारत के खिलाफ खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में स्टीव स्मिथ ने इससे निजात पाई है और शानदार शतक जमाया है। स्मिथ ने इसी के साथ लंबे समय से चले आ रहे शतकीय सूखे को खत्म किया है। ये टेस्ट में स्मिथ का 33वां शतक है।
स्मिथ ने 25 पारियों बाद टेस्ट में शतक जमाया है। उन्होंने भारत के खिलाफ गाबा में शतक से पहले इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में पिछले साल जून में शतक जमाया है। तब से स्मिथ ने टेस्ट में तकरीबन डेढ़ साल में 25 पारियां खेली लेकिन शथक नहीं जमा पाए। भारत के खिलाफ उन्होंने इस सूखे को खत्म कर दिया और अपने फैंस को राहत की सांस दी।
पर्थ और एडिलेड में रहे फेल
भारत के खिलाफ जब सीरीज शुरू हुई थी तो लगा था कि स्मिथ इस सीरीज में बहुत बड़ा खतरा साबित होंगे, लेकिन पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में वह दोनों पारियों में फेल रहे। पहली पारी में उन्होंने खाता तक नहीं खोला और दूसरी पारी में 17 रन बनाकर आउट हो गए। वहीं एडिलेड में उन्हें पहली पारी में ही बल्लेबाजी करने का मौका मिला जिसमें उन्होंने दो रन बनाए थे। स्मिथ अपने रंग में दिख नहीं रहे थे, लेकिन गाबा में स्मिथ ने पूरा खेल बदल दिया और कमाल की बल्लेबाजी करते हुए शतक जमाया। ये स्मिथ का भारत के खिलाफ 10वां टेस्ट शतक है। वह भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा टेस्ट शतक जमाने के मामले में जो रूट के साथ पहले नंबर पर आ गए हैं।
बुमराह का बने शिकार
हालांकि, शतक जमाने के बाद स्मिथ ज्यादा देर विकेट पर टिक नहीं पाए और आउट हो गए। उनकी पारी का अंत किया जसप्रीत बुमराह ने। बुमराह की गेंद स्मिथ के बल्ले का किनारा लेकर स्लिप में गई और भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने उनका कैच लपका। स्मिथ ने 190 गेंदों का सामना कर 12 चौकों की मदद से 101 रन बनाए। स्मिथ काफी निराश होकर पवेलियन लौटे। वह लंबी पारी खेलने के मूड में थे। स्मिथ जब पवेलियन लौट रहे थे तब दर्शकों ने खड़े खोकर उनके लिए तालियां बजाईं।