
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बड़हरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और 38 वर्षों से समर्पित कार्यकर्ता सूर्यभान सिंह ने भावुक होते हुए पार्टी से अलग होने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वे इस बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे और 17 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन से पहले वे पार्टी और प्रदेश कार्य समिति के पद से इस्तीफा देंगे।
सूर्यभान सिंह ने कहा कि भाजपा उनके लिए मां के समान है, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने जिस तरह उपेक्षा की है, उससे वे आहत हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में उन्होंने 13,364 घरों में राशन पहुंचाया, सामूहिक विवाह कार्यक्रमों का आयोजन कराया और हमेशा जनता के बीच रहे।
उन्होंने कहा कि वे पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों से प्रभावित होकर पार्टी से जुड़े थे और जीवनभर संगठन को मजबूत करने का काम किया। सिंह ने भावुक होकर कहा, “अगर मुझे भाजपा से टिकट मिलता, तो मैं 60 हजार वोटों से जीत दर्ज करता। भाजपा मेरी मां है, मेरी आत्मा में है, लेकिन अब मुझे जनता की सेवा के लिए स्वतंत्र रूप से मैदान में उतरना होगा।”
उन्होंने केंद्रीय मंत्री आर.के. सिंह को अपना अभिभावक बताया और भरोसा जताया कि बड़हरा की जनता इस बार उनके साथ खड़ी होगी। सूर्यभान सिंह के इस फैसले से बड़हरा क्षेत्र की सियासत में हलचल तेज हो गई है और स्थानीय राजनीतिक समीकरणों पर इसका सीधा असर पड़ने की संभावना है।